पंचांग 7 जुलाई 2021
सुविचार
ययोश्चित्तेन वा चित्तं निभृतं निभृतेन वा।
समेति प्रज्ञया प्रज्ञा तयोमैत्री न जीवर्यति ll
भावार्थ
दो व्यक्तियों की मित्रता तभी स्थायी रह सकती है जब उनके मन से मन, गूढ़ बातों से गूढ़ बातें तथा बुद्धि से बुद्धि मिल जाती है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।