पंचांग 8 जून 2022
पंचांग 8 जून 2022
सुविचार
नाप्सु मूत्रं पुरीषं वाष्ठीवनं वा समुत्सृजेत्।
अमेध्यमलिप्तमन्यद्वा लोहतं वा विषाणि वा।
भावार्थ
जल में मल, मूत्र, कूड़ा, रक्त तथा विष आदि नहीं बहाना चाहिये। इससे पानी विषाक्त हो जाता है और पर्यावरण पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे मनुष्य तथा अन्य जीवों का स्वास्थ्य भी खराब होता है।
॥आप सभी का दिन मंगलमय हो॥