पंचांग 9 अप्रैल 2022
सुविचार
शान्तितुल्यं तपो नास्ति न सन्तोषात् परं सुखम्। न तृष्णायाः परो व्याधिन धर्मों दयासमः॥
भावार्थ
शान्ति के समान तप नहीं, सन्तोष के समान सुख नहीं, लोभ के सदृश रोग नहीं और दया के समान धर्म नहीं है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।
Post Views:
261