परंपराओं को सहेजते हुए समाज में आवश्यक परिवर्तनों को अपनाएं- विनोद यादव

परंपराओं को सहेजते हुए समाज में आवश्यक परिवर्तनों को अपनाएं- विनोद यादव
चित्तौड़गढ़, 2 अप्रैल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, चित्तौड़गढ़ प्रांत के प्रांत महाविद्यालय विद्यार्थी कार्य प्रमुख विनोद यादव ने कहा कि परंपराओं को सहेजते हुए समसामयिक विकास और परिवर्तन को अपनाकर ही राष्ट्र को शक्तिशाली बनाया जा सकता है। वे वर्ष प्रतिपदा उत्सव के अवसर पर स्वयंसेवकों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार का जीवन राष्ट्रभक्ति, अनुशासन और समाजसेवा की प्रेरणा देता है। उन्होंने भारतीय संस्कृति और परंपराओं की महत्ता को स्वीकारते हुए समाज में आवश्यक नवीन परिवर्तनों को अपनाने पर जोर दिया। यादव ने यह भी कहा कि आदर्श नागरिक बनने के लिए हमें डॉ. हेडगेवार की दूरदृष्टि से प्रेरणा लेनी होगी। उन्होंने स्वतंत्रता से पूर्व ही यह विचार किया था कि स्वतंत्रता प्राप्त करने के साथ-साथ उसे संभालने की शक्ति भी आवश्यक होगी। उनकी इसी दूरदृष्टि का परिणाम है कि आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन बनकर राष्ट्रसेवा में संलग्न है।
उन्होंने कहा कि वर्ष प्रतिपदा नवसंवत्सर को संघ ने केवल एक उत्सव तक सीमित नहीं रखा, हम इसे संकल्प दिवस के रूप में मनाते हैं। हमें अपने जीवन में समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के संकल्प के साथ काम करना है।
कार्यक्रम के दौरान, वक्ता ने पांच महत्वपूर्ण संदेश दिए
स्वयं के प्रति: आत्म-शुद्धि और आत्म-विकास पर बल दिया।
पर्यावरण: पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता को रेखांकित किया।
कुटुंब प्रबोधन: परिवार के महत्व को समझाते हुए पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने का आग्रह किया।
नैतिक कर्तव्य: नागरिकों को अपने नैतिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया।
राष्ट्रीय कर्तव्य: लोगों से अपने राष्ट्र के प्रति समर्पित रहते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर विभाग संघचालक हेमंत जैन एवं जिला संघचालक अनिरुद्ध सिंह भाटी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों, गणमान्य नागरिकों एवं युवाओं ने भाग लिया।
उत्सव के दौरान आद्य सरसंघचालक प्रेरणा गीत का आयोजन किया गया, जिसमें स्वयंसेवकों ने अनुशासन और एकता का परिचय दिया। कार्यक्रम का समापन संघ गीत और भारत माता के जयघोष के साथ हुआ।
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