पुस्तक समीक्षा – एकनाथजी
विवेकानंद केंद्र प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक एकनाथजी में लेखिका निवेदिता रघुनाथ भिड़े ने श्री एकनाथजी रानाडे के जीवन चरित्र को सरल शब्दों में अंकित किया है। पुस्तक में श्री एकनाथ जी के बाल्यकाल, महाविद्यालय के दिनों और प्रचारक के रूप में जीवन का वृत्तांत दिया गया है। श्री एकनाथजी जैसे व्यक्तित्व की जीवनी उनके महापुरुष एवं आध्यात्मिक व्यक्तित्व की व्याख्या करती है। पुस्तक में विवेकानंद केंद्र की वरिष्ठ जीवन वृत्ति कार्यकर्ता ने श्री एकनाथजी द्वारा कन्याकुमारी के विवेकानंद शिला स्मारक के निर्माण तथा इस संपूर्ण चिर स्मरणीय कार्य संबंधी लंबे अनुभव तथा आध्यात्मिक उद्देश्य की व्याख्या की है। साथ ही लेखिका ने विवेकानंद के आध्यात्म प्रेरित सेवा कार्य और उद्देश्यों तथा शुद्ध धर्म भाव की वर्तमान में प्रासंगिकता की ओर ध्यान आकर्षित किया है। यह पुस्तक एकनाथजी की समग्र जीवनी हेतु एक अनुकूल प्रस्तावना और सुयोग्य परिचय सिद्ध होगी।
– प्रीति शर्मा