चीता, मेहरात, काठात पृथ्वीराज चौहान के वंशज- निम्बाराम
चीता, मेहरात, काठात पृथ्वीराज चौहान के वंशज- निम्बाराम
- सम्राट पृथ्वीराज चौहान जन्मोत्सव पखवाड़े का समापन
ब्यावर। सम्राट पृथ्वीराज चौहान जन्मोत्सव समिति द्वारा पृथ्वीराज चौहान की जयंती के शुभ अवसर पर 31 मई से 14 जून तक जयंती पखवाड़े का आयोजन किया गया। पखवाड़े के समापन समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मुख्य अतिथि तथा आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता मेहंदीपुर बालाजी धाम महामंडलेश्वर डॉ. नरेश पुरी, विहिप केंद्रीय मंत्री उमाशंकर ने की।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आशापुरा माता धाम में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की तथा परिसर में स्थित सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान का जीवन संदेश हमें मातृभूमि पर सर्वस्व न्यौछावर करने की प्रेरणा देता है। पृथ्वीराज चौहान धर्मपरायण शासक थे।
मुख्य वक्ता निम्बाराम ने कहा कि चीता, मेहरात, काठात उन सम्राट पृथ्वीराज चौहान के वंशज हैं, जिन्होंने आँखें निकाल देने के बाद भी अपना धर्म नहीं बदला। सनातन धर्म के लिए अपना सर्वस्व अर्पित करते हुए वे बलिदान हो गए। सम्राट पृथ्वीराज चौहान, महाराणा प्रताप और महाराजा सूरजमल की बलिदान गाथाएं हमें अपने बच्चों को बतानी ही चाहिए।
डॉ. नरेशपुरी एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चीता, मेहरात, मगरा, मेरवाड़ा हिन्दू महासभा द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में 14 नवयुगलों को आशीर्वाद प्रदान किया एवं मेहरात समाज के सनातनी धर्म योद्धाओं को सम्मानित भी किया। समिति के अध्यक्ष पूरण सिंह रावत ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान जन्मोत्सव पखवाड़े के दौरान हुए खेल व अन्य कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
समापन समारोह में परियोजना प्रमुख लक्ष्मी नारायण, सहप्रमुख पृथ्वी सिंह भोजपुरा, विहिप विभाग मंत्री नितेश गोयल, विहिप जिलाध्यक्ष सुरेश वैष्णव, संयोजक बीरम सिंह चौहान सहित अनेक पदाधिकारी एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।