स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से ही भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करेगा-चन्देल
जयपुर, 27 दिसम्बर। स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने और विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार करने से ही भारत ना सिर्फ आत्मनिर्भर बनेगा बल्कि पूरे विश्व का नेतृत्व करेगा। यह बात स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ धर्मवीर चंदेल ने स्वदेशी जागरण मंच की मालवीय नगर इकाई की ओर से आयोजित ‘बाबू गेनू का स्वदेशी आंदोलन में योगदान व स्वदेशी की प्रासंगिकता’ विषय पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए कही।
प्रांत प्रचार प्रमुख चन्देल ने कहा कि बाबू गेनू देश के प्रथम स्वदेशी शहीद थे, जिन्होंने स्वदेशी आंदोलन को ना सिर्फ मुखर किया बल्कि उस दौर में एक चेतना को जागृत किया कि स्वदेशी को अपनाने से ही भारत आत्मनिर्भर होगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में जब तक विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार को शामिल नही किया गया, तब तक राष्ट्र जागरण में अधिक जागृति नहीं आई। जब स्वदेशी को राष्ट्र प्रेम से जोड़ा गया तो देश में एक नया जनजागरण हुआ और युवा शक्ति भी देश के स्वतंत्रता संग्राम में कंधे से कंधा मिलाकर कूद पड़ी। डॉ. चंदेल ने स्वदेशी की प्रासंगिकता के विषय पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि आज भारत स्वदेशी के मंत्र पर चलकर ही आत्मनिर्भर बन सकेगा और विश्व का नेतृत्व करेगा। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से स्वदेशी आंदोलन के अंतर्गत हिंदी में हस्ताक्षर करने व अधिकतम स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग करने का आह्वान किया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता राजस्थान सरकार के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी रूपनारायण नाजर ने की। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में स्वदेशी जागरण मंच के जयपुर महानगर के संयोजक कैलाश मोढे थे। मंच का संचालन स्वदेशी जागरण मंच के महानगर संपर्क प्रमुख विष्णु गोयल ने किया।