उत्तराखंड : मदरसों में लागू होगा NCERT पाठ्यक्रम
उत्तराखंड : मदरसों में लागू होगा NCERT पाठ्यक्रम
उत्तराखंड सरकार, प्रदेश के मदरसों के पाठ्यक्रम में परिवर्तन करने जा रही है। अब इनमें अन्य विद्यालयों के समान ही बच्चों को एनसीईआरटी (NCERT) पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा।
11 सितंबर, 2023 को उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने बताया कि अब उत्तराखंड में स्थित 117 मदरसों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। इसमें अन्य विषयों के साथ संस्कृत विषय को भी सम्मिलित किया गया है।
शादाब शम्स ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है। अब मुस्लिम समाज के लोग भी परिवर्तन चाहते हैं। मदरसों के अपग्रेडेशन से मुस्लिम समाज को भी कोई समस्या नहीं है।
प्रारम्भ में उत्तराखंड के चार जिलों देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और नैनीताल के मदरसों को फोकस किया गया है। वक्फ बोर्ड में पंजीकृत मदरसा हिफजुल कुरान कुंजाग्रांट की कमेटी ने स्वयं को मॉडर्न मदरसा में सम्मिलित करने का सुझाव रखा था, जिसे वक्फ बोर्ड ने स्वीकृति दे दी है। इसी प्रकार वक्फ बोर्ड में पंजीकृत अन्य सभी मदरसों को भी चरणबद्ध तरीके से मॉर्डन मदरसा शिक्षा से जोड़ा जाएगा। इसमें बच्चों को स्मार्ट क्लास व आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ टैबलेट व कंप्यूटर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। इन मॉडर्न मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों का ड्रेस कोड भी होगा, जो वक्फ बोर्ड द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार एक मुस्लिम लड़की रजिया सुल्ताना ने संस्कृत में पीएचडी की है। अब रजिया संस्कृत में कुरान का अनुवाद कर रही है। रजिया को वक्फ बोर्ड की राज्य स्तरीय शिक्षा समिति में सदस्य के रूप में सम्मिलित किया जाएगा।
मदरसा वेलफेयर सोसाइटी ने लगभग छह वर्ष पूर्व तत्कालीन सीएम को पत्र लिखकर मदरसों के पाठयक्रम में संस्कृत को जोड़ने की अपील की थी। लेकिन इसे अव्यवहारिक बताते हुए मदरसों में संस्कृत पढ़ाने से मना कर दिया गया था। परंतु अब वैज्ञानिक और इस्मालिक शिक्षा को मिलाकर नए शैक्षिक करीकुलम को लेकर राज्य के मदरसों ने स्वयं उत्साह दिखाया है।