मेवात में बढ़ते गोतस्करी के मामले
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कोरोना काल में गोतस्करी बढ़ी
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तस्कर बेखौफ
अलवर, 6 जुलाई। राजस्थान के अलवर जिले में आने वाला मेवात क्षेत्र अब गोतस्करी का गढ़ बन चुका है। राजस्थान में गो तस्करी को रोकने के लिए कड़ा कानून व अलग से विशेष पुलिस चौकियां होने के बावजूद गो तस्करी बेधड़क जारी है। मेवात क्षेत्र से आए दिन गोवंश की तस्करी की घटनाएं सामने आती रहती हैं।
ताजा मामला टपूकड़ा थाना क्षेत्र का है। टपूकड़ा थाना पुलिस ने नूंह रोड से नाखनोल बंद के पास शनिवार सुबह लगभग 3 बजे गोवंश से भरा कंटेनर पकड़ा, जिसमें 34 गोवंश ठूंस कर भरे हुए थे। घटना के दौरान गोतस्कर फरार हो गए। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कंटेनर को जब्त कर लिया है। कंटेनर पर महाराष्ट्र की नम्बर प्लेट लगी हु़ई थी।
थानाधिकारी जयप्रकाश ने बताया कि मुखबिर के जरिये सूचना मिली कि गोवंश से भरा कंटेनर टपूकड़ा की तरफ आ रहा है। सूचना पर सरकारी अस्पताल के सामने नाकेबंदी की गई। कंटेनर के आने पर उसे रुकने का इशारा किया गया लेकिन चालक कंटेनर नूंह रोड की तरफ भगा ले गया। जहां नाखनोल के समीप 3 गोतस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर कंटेनर छोड़कर भाग गए।
कंटेनर में 34 गोवंश रस्से के द्वारा बंधे हुए मिले। तस्करों ने उन्हें इतनी बेदर्दी से भरकर बॉंधा हुआ था कि उनमें से 12 गोवंश की मृत्यु हो चुकी थी और बाकियों में से कई चलने लायक भी नहीं थे। पुलिस ने जीवित गोवंशों को गोशाला भिजवा दिया तथा मृत गोवंशों को दफना दिया गया। गोतस्करों द्वारा गोवंशों को हरियाणा तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था। पुलिस गोतस्करों के विरुद्ध मामला दर्ज कर फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।