राजस्थान में जबरन बंद कराने के दौरान कई स्थानों पर हुआ विवाद

राजस्थान में जबरन बंद कराने के दौरान कई स्थानों पर हुआ विवाद

राजस्थान में जबरन बंद कराने के दौरान कई स्थानों पर हुआ विवाद

जयपुर, 08 दिसम्बर। केन्द्र के नये कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद का राज्य में मिला-जुला असर रहा। राज्य में किसानों की अधिकांश आबादी गांवों में बसी है, बावजूद इसके शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी बंद का असर ज्यादा नहीं दिखा। भारत बंद को कांग्रेस का समर्थन मिलने से राजस्थान में रोडवेज बसें सुबह से ही बंद रहीं। ट्रकों का संचालन भी नहीं हुआ। मंडियां भी बंद रखी गईं। भारतीय किसान संघ समेत कई व्यापारिक संगठनों ने बंद का विरोध किया था।

राजधानी जयपुर में परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ट्रेक्टर लेकर बाजार बंद करवाने के लिए निकले। भाजपा प्रदेश मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे कांग्रेस व एनएसयूआई और भाजपा कार्यकर्ताओं में धक्का मुक्की हुई। पत्थरबाजी भी की गई। पुलिस ने बीच-बचाव कर उन्हें खदेड़ा। उदयपुर संभाग में बंद का असर नहीं रहा। वहीं जयपुर समेत जोधपुर व अजमेर में कुछ स्थानों पर दुकानें बंद करवाने के मसले पर छिटपुट नोक-झोंक के अलावा जहां भी बंद रहा, वहां शांति रही। चांदपोल बाजार में कांग्रेस कार्यकर्ता दुकानें बंद करवाने गए। यहां उनकी दुकानदारों से झड़प हुई। आपस में हाथापाई और धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। पुलिस ने उन्हें दूर किया।

प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर हुए हंगामे को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का बंद का समर्थन आश्चर्यजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। बंद में सरकार के इशारे पर अराजकता की हद पार हो गई। कांग्रेस पार्टी के गुंडों ने भाजपा मुख्यालय पर पथराव किया। कांग्रेस प्रदेश में अराजकता का माहौल बना रही है।

कोटा में मंडी व्यापारी किसानों के समर्थन में उतरे। व्यापारियों ने एशिया की बड़ी भामाशाह मंडी में काम बंद रखा। पेट्रोल पंप भी 10 से 12 तक यानी 2 घंटे बंद रहे। बंद का शराब की दुकानों पर असर नहीं दिखा।

एहतियातन मिनी बस संचालकों ने जरूर बसों को रोके रखा। केंद्रीय बस स्टैंड सिंधी कैंप से भी बसों का संचालन नहीं हुआ। बंद का जोधपुर में मिला-जुला असर दिखा। यहां व्यापार महासंघ ने स्वयं को बंद से अलग रखा। मंडियां बंद रहीं। अजमेर में भी बंद का मिला-जुला असर दिखा। अधिकांश दुकानें बंद रहीं। कृषि मंडी में कारोबार बंद रखा गया। सब्जी मंडी आगरा गेट भी बंद ही रही।

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रदेश संयोजक और जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स चेंबर के प्रदेशाध्यक्ष गोपाल सिंह राठौड़ ने दावा किया कि राजस्थान के सभी 7 लाख ट्रक-ट्रेलर व सभी प्रकार के कॉमर्शियल वाहन बंद रहे। इस बंद में करीब 13 हजार ट्रांसपोर्ट कंपनियां शामिल रहीं। प्रदेश की 247 कृषि उपज मंडियां भी बंद रहीं। मुहाना मंडी में हरी सब्जी का ब्लॉक बंद रहा।

किसानों के भारत बंद को देखते हुए मंगलवार को प्रदेश भर में करीब आठ सौ जगहों पर नाकाबंदी और पुलिस बंदोबस्त किया गया। इनमें सबसे ज्यादा जयपुर जिले में 140 जगहों पर नाके लगाए गए थे।

प्रदेश के बड़े शहरों जोधपुर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, कोटा, गंगानगर, हनुमानगढ़ समेत अन्य शहरों में भारी पुलिस बंदोबस्त रहा। जोधपुर में करीब आठ सौ पुलिसकर्मी बंद के दौरान सड़कों पर तैनात रहे। अजमेर और अलवर में भी कई जगहों पर नए नाकाबंदी प्वाइंट बनाए गए। हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर व भरतपुर जैसे बॉर्डर वाले जिलों में बॉर्डर के आस-पास सुरक्षा बंदोबस्त रखा गया।

भारत बंद को लेकर अजमेर में मदार गेट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा एक दुकानदार से बदसलूकी करने का मामला सामने आया। इसके बाद दुकानदार भी आक्रोशित हो गया और दोनों पक्षों में तकरार हो गई। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत करवाया।

भाजपा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने कहा – “कांग्रेस सरकार की अपील के बाद भी दुकानदारों एवं व्यापारियों ने बंद को समर्थन नहीं दिया, अपने प्रतिष्ठान खोलकर मोदी सरकार की कल्याणकारी नीतियों का समर्थन किया।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने ट्वीट कर केन्द्र की मोदी सरकार की किसान कल्याणकारी योजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा- “प्रधानमंत्री मोदी किसानों की तरक्की के रास्ते खोल रहे हैं। नीम कोटेड यूरिया, सॉयल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों के लिए पेंशन, एफपीओ श्रृंखला सहित कृषि विधेयकों के जरिए भी मोदी सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बना रही है।”

परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा- “किसानों का मुददा और किसानों की आवाज अब हिन्दुस्तान की आवाज बन गई है। यह आम आवाम की आवाज है, जनता की आवाज है, केन्द्र की मोदी सरकार बिना मांगे किसानों पर किसान विरोधी बिल लाद देती है, घमण्ड में चूर केन्द्र सरकार किसान विरोधी बिलों को वापस नहीं ले रही है, यह देश की जनता का अपमान है, इसे जनता कतई स्वीकार नहीं करेगी।”

राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट व पथराव की घटना को घोर निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। भारत बंद के नाम पर कांग्रेस हिंसात्मक आचरण अपना रही है और दुकानदारों को डरा-धमकाकर जबरन दुकानें बंद करवा रही है लेकिन स्वस्थ लोकतंत्र में ऐसे राजनीतिक हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। कांग्रेस राजनीतिक द्वेष को बढ़ावा दे रही है। कांग्रेस सरकार विपक्ष को जितना कुचलने की कोशिश करेगी, भाजपा उतनी ही शिद्दत से इसका प्रतिरोध करेगी और जनता के हितों के लिए लड़ेगी।

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