रामगढ़ मामला- विहिप ने की पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग
अलवर, 26 जून। रामगढ़ कस्बे में नाबालिग के साथ हुई दुष्कर्म की घटना व पिता की मौत के मामले में विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मिले।
विहिप क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थित ठीक नहीं है। जिस कारण इस केस को कार्यकर्ताओं द्वारा लड़ा जाएगा। साथ ही पुलिस अधिकारियों से मिलकर दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने और जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वह प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने व योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी की मांग करते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि 29 जून को होने वाली शादी में सभी कार्यकर्ता पीड़ित परिवार का आर्थिक सहयोग करेंगे। इस दौरान प्रांतीय अध्यक्ष प्यारेलाल, प्रांत संगठन मंत्री राजाराम, जिलाध्यक्ष केशव चंद शर्मा, विभाग गौरक्षा प्रमुख नाहर सिंह, प्रांत संपर्क प्रमुख सुभाष अग्रवाल, विभाग संयोजक बजरंग दल प्रेमसिंह राजावत, एडवोकेट गोपाल शर्मा, शहर प्रमुख दिलीप मोदी आदि मौजूद थे।
यह था घटनाक्रम:
रामगढ़ कस्बे में 18 जून को नाबालिग ने घर के पास बने कुएं में छलांग लगा दी थी, हालांकि घरवालों ने उसे बचा लिया। तब भाई आरोपियों के खिलाफ शिकायत करने रामगढ़ थाने पहुंचा। मगर नाबालिग के साथ दुष्कर्म की रिपोर्ट 20 जून की शाम को दर्ज हुई। पुलिस ने आरोपी को पहले शांतिभंग में बाद में पोक्सो एक्ट के अंतर्गत गिरफ्तार किया। इसके बाद आरोपी पीड़ित परिवार पर लगातार राजीनामे का दबाव बनाते रहे। जिसके चलते 24 जून को पीड़िता के पिता का घर के पास पेड़ पर फांसी लगा शव मिला। घटना के बाद परिजनों ने आरोपी के 4 परिजनों पर नामजद हत्या का मामला दर्ज करवाया।