चित्तौड़ प्रांत से राम मंदिर के लिए समर्पित हुए 160 करोड़
उदयपुर, 1 मार्च। अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए देश भर में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सानिध्य में चले निधि समर्पण महाभियान के अंतर्गत राजस्थान के चित्तौड़ प्रांत से नागरिकों ने 160 करोड़ रुपयों की निधि प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित की।
निधि समर्पण अभियान के समापन पर चित्तौड़गढ़ के विद्या निकेतन स्कूल में रविवार को आयोजित प्रांत के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक के बाद यह जानकारी दी गई। बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम, क्षेत्रीय कार्यवाह हनुमान सिंह राठौड़, चित्तौड़ प्रांत के प्रांत संघचालक जगदीश सिंह राणा, विश्व हिन्दू परिषद के चित्तौड़ प्रांत के अध्यक्ष फतहचंद श्यामसुखा उपस्थित थे।
निधि समर्पण अभियान के चित्तौड़ प्रांत प्रमुख कौशल गौड़ ने बताया कि चित्तौड़ प्रांत में संघ की व्यवस्था से 8 विभाग आते हैं, जिनमें 13 जिले शामिल हैं, इन 13 जिलों में 154 खण्ड, 1941 मण्डल, 740 बस्तियां, 15 हजार 302 गांव हैं। जिनके 30 लाख 88 हजार 450 परिवारों तक निधि समर्पण समिति के कार्यकर्ता पहुंचे। इस अभियान में पूरे प्रांत में 18 हजार 306 टोलियां बनाई गईं, जिनमें 97 हजार 734 कार्यकर्ता शामिल थे। इनके अतिरिक्त 2 हजार 580 माताओं-बहनों ने भी अभियान में समय समर्पण किया। दो चरणों में चले इस डेढ़ माह के महाभियान में चित्तौड़ प्रांत के नागरिकों ने 160 करोड़ रुपये प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित किए।
साधु-संत-महंतों के आशीर्वाद से शुरू हुए अभियान में सभी जाति-बिरादरी, सभी वर्ग, सभी समाजों ने न केवल समर्पण किया बल्कि अभियान में सहभागी भी बने। बुजुर्ग, युवा आदि ने तो समर्पण किया ही, बालक-बालिकाओं ने भी अपनी गुल्लक प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित की। दिव्यांग हों या दिहाड़ी कामगार, ग्रामवासी हों या शहरवासी, सभी ने अपनी क्षमता से अधिक श्रद्धा का समर्पण किया। कई सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों ने अपने एकाधिक महीनों की पेंशन का समर्पण किया। ऐसे कई उदाहरण व अनुभव सामने आए जिन पर चर्चा के दौरान भी कार्यकर्ता भावविभोर हुए और ऐसे नागरिकों की श्रद्धा पर मस्तक नवाया।