राम मंदिर निर्माण से सच होगा राजस्थान के शिल्पकारों का सपना
पाथेय डेस्क
जयपुर, 13 नवम्बर । उच्चतम न्यायालय द्वारा जन्मभूमि पर श्रीराम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाए जाने के बाद राजस्थान में पत्थर नक्काशी कार्य ने गति पकड़ ली है। दौसा जिले के सिकंदरा, भरतपुर के बंशी पहाड़पुर समेत सिरोही व राजसमंद जिलों में निकलने वाले पिंक स्टोन व संगमरमर की नक्काशी का कार्य जोर-शोर से चल रहा है। दौसा के सिकंदरा स्थित स्टोन मार्केट से नक्काशी तैयार कराई जा रही है।
सिरोही जिले के पिंडवाड़ा में पिछले करीब 7 साल तक सैकड़ों कारीगरों ने पत्थर तराशने का काम किया। राम मंदिर को लेकर जब कवायद शुरू हुई थी तब बयाना, भरतपुर से बंशी पहाड़पुर पत्थरों का चयन किया गया था, जबकि इन पत्थरों को तराशने के लिए पिंडवाड़ा को चुना गया। पिंडवाड़ा के उन शिल्पकारों का सपना साकार होता नजर आ रहा है। जिन्होने करीब 250 ट्रक पत्थर तलाश अयोध्या भेजे। पत्थर तराशने में लगे कारीगरों का कहना है कि सही मायने में अब हमारे सपने सच होंगे। कारण जिस मेहनत से हमने मंदिर के लिए पत्थर रखे वह सपना पूरा होने जा रहा है।
बताया जा रहा है प्रस्तावित राम मंदिर में बंशी पहाड़पुर के सफेद पत्थर अयोध्या में अपनी चमक बिखेरेंगे। जानकारों के अनुसार मंदिर का निर्माण तीन तल का होगा। इसके लिए 3 लाख घन मी. पत्थर की आपूर्ति की जा चुकी है ऊपरी हिस्से के लिए पौने दो लाख घन मीटर पत्थर की पूर्ति बंशी पहाड़पुर इलाके से की गई है।