एक और नाबालिग बनी लव जिहाद का शिकार
छद्म नाम से लड़की से फेसबुक पर दोस्ती कर, उसे लव जिहाद में फंसाने का एक और मामला सामने आया है। मामले में दिल्ली पुलिस ने अलवर के गोविंदगढ़ (मेवात क्षेत्र) के 18 वर्षीय युवक शोएब को पहचान बदलकर नाबालिग लड़की को झाँसा देने, अपहरण और जबरन निकाह के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया है। लड़की दिल्ली के राजौरी गार्डन इलाके की रहने वाली है।
सामने आई जानकारी के अनुसार शोएब फेसबुक पर एसके सिन्हा नाम से एकाउंट चलाता था। इसी एकाउंट से उसने जुलाई 2019 में 15 वर्षीय पीड़िता को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। इसके बाद दोनों में फेसबुक पर बातचीत शुरू हो गई। इस साल 22 अक्टूबर को वह नाबालिग से मिलने दिल्ली पहुँचा और उसे शादी का झांसा देकर अपने साथ बिहार के मुजफ्फरपुर ले गया। लड़की के लापता होने पर पीड़ित के पिता ने राजौरी गार्डन पुलिस में 23 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच में लड़की के फेसबुक, मैसेंजर और व्हाट्सएप की छानबीन की तो पता चला कि एसके सिन्हा नाम के फेसबुक अकाउंट से उसे नियमित रूप से मैसेज भेजे गए थे। जांच में फेसबुक अकाउंट फर्जी निकला। वहीं जब पुलिस की एक टीम आरोपी के गाँव पहुंची तो पता चला वह और उसका परिवार पहले से ही फरार हैं। आरोपी का पता लगाने के लिए दो पुलिसकर्मी 35 दिन मेवात में डेरा डाले रहे। इस दौरान एसआई प्रकाश कश्यप के साथ कई जगहों पर दबिश भी दी गई, लेकिन सफलता नहीं मिली।
छानबीन के दौरान पुलिस टीम ने इलाके के 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। तभी पुलिस को पता चला कि लड़की बदरपुर बॉर्डर इलाके में ही है। इसी के साथ एक ऑटो की भी जानकारी सामने आई। एसआई प्रकाश कश्यप और हेड कांस्टेबल शौकत अली ने लगभग तीन सौ ऑटो और ग्रामीण सेवा के चालकों से लड़की की फोटो दिखाकर पूछताछ की। अंत में पुलिस को फरदीन सिद्दीकी नामक चालक मिला, जिसने लड़की को सी-ब्लॉक बदरपुर एक्सटेंशन के पास छोड़ा था। पुलिस ने सी-ब्लॉक, बदरपुर एक्सटेंशन में घर घर जाकर पूछताछ की और लड़की को 8 दिसंबर को एक घर से बरामद कर लिया। पता चला कि लड़की को फरदीन ने किसी परिचित के पास रखवाया था। लड़की की बरामदगी के बाद पुलिस ने आरोपी शोएब को भी नौ दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया।
क्या रहा घटनाक्रम
पूछताछ में शोएब ने बताया कि उसने एसके सिन्हा नाम से फेसबुक आईडी बना रखी है, जिस पर उससे 4 हजार 845 लोग जुड़े हुए हैं। लड़की को भी उसने फ्रेंड बनाया और बात करनी शुरू की। आरोपी 22 अक्तूबर को दिल्ली आया और लड़की से मिलने के बाद उस पर शादी का दबाव बनाया। लड़की को साथ लेकर वह बिहार के मुजफ्फरपुर और अगले दिन उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ गया। 26 अक्तूबर को दोनों फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन पहुंचे और ऑटो से बदरपुर बॉर्डर के लिए निकले। लेकिन, लड़की को मुजफ्फरपुर में ही किसी तरह आरोपी की सच्चाई पता चल गई थी, इससे वह शादी का विरोध करने लगी। पकड़े जाने के डर से आरोपी लड़की को बदरपुर बॉर्डर पर ऑटो में अकेला छोड़कर फरार हो गया। इसके बाद चालक ने लड़की को अपने एक परिचित के यहां रखवा दिया, जहां से पुलिस ने उसे बरामद किया।