विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद सदस्य संख्या साढ़े तीन लाख पार
बांसवाड़ा, 07 दिसम्बर। विश्व भर में सर्वाधिक पंजीकृत सदस्य संख्या वाले पूर्व छात्र संगठन के रूप में विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद के सदस्यों की संख्या तीन लाख 56 हजार का आंकड़ा पार कर गई है।
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान सरकार द्वारा आर्थिक सहयोग प्राप्त किए बिना देश भर में 12 हजार 830 औपचारिक विद्यालयों के माध्यम से संस्कार युक्त समाज पोषित शिक्षा देने वाला विश्व का सबसे बड़ा शैक्षिक संगठन है। जिनमें एक लाख से अधिक शिक्षक व आचार्य बंधु 34 लाख 47 हजार 856 छात्रों का भविष्य निर्माण कर रहे हैं। समाज के वंचित वर्ग के प्रति अपने उत्तरदायित्व को स्वीकार करते हुए देश के ग्रामीण, जनजाति तथा सेवा बस्ती क्षेत्रों में चल रहे 11 हजार 353 अनौपचारिक शिक्षा केंद्रों के माध्यम से यह संस्थान देश की अगली पीढ़ी के निर्माण में 1952 से प्रयासरत है।
विद्या भारती के अखिल भारतीय महामंत्री श्रीराम आरावकर ने बताया कि संस्थान से संबंधित विद्यालयों में अध्ययन किए हुए हजारों पूर्व छात्र आज समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं और देश के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन कर समाज को नेतृत्व देने का कार्य कर रहे हैं। अखिल भारतीय स्तर पर इस संगठन ने कोरोना तथा लॉकडाउन कॉल के दौरान गरीबों को भोजन सामग्री, दवाएं, सैनिटाइजर, मास्क आदि का वितरण किया तथा सेवा बस्तियों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सहायता के व्यापक कार्यक्रम भी आयोजित किये।