विद्या भारती संस्थान ने बोर्ड परीक्षा में श्रेष्ठ परिणाम देने वाले शिक्षक- शिक्षिकाओं का किया सम्मान
चित्तौड़गढ़, 03 फरवरी। विद्या भारतीय के क्षेत्र संगठन मंत्री शिव प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन, प्रारंभिक बाल्यावस्था संभाल एवं शिक्षा कौशल विकास जैसे विषयों के विद्यालय स्तर पर लागू होने से ही शिक्षा जगत का गौरव बढ़ेगा।
शिवप्रसाद बुधवार को विद्या भारती चित्तौड़गढ़- प्रतापगढ़ के प्रबंध समिति कार्यकर्ताओं के एक दिवसीय सम्मेलन में बोल रहे थे। सम्मेलन में शिशु वाटिका कि 12 शैक्षिक व्यवस्थाओं का भी प्रदर्शन किया गया। चित्र, पुस्तकालय, विज्ञान प्रयोगशाला, वस्तु संग्रहालय, चिड़ियाघर, आदर्श बगीचा, कार्यशाला, कला शाला, रंगमंच, प्रदर्शनी, क्रीडांगण व तरणताल आदि 12 व्यवस्थाओं का सम्मेलन में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने अवलोकन किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उल्लेखित क्रिया और गति आधारित आनंददायक शिक्षा का निर्माण करने में इन व्यवस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। इस सम्मेलन में शिक्षण विधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन एवं परीक्षा परिणाम के लिए प्रधानाचार्य ललिता खंडेलवाल, यूट्यूब शिक्षण वीडियो निर्माण के लिए अनिल शर्मा और सुनील कुमावत, तकनीकी क्षेत्र ई पाठशाला के लिए नरेंद्र, शिशु वाटिका की 12 व्यवस्थाओं के लिए ललिता राठौड़, श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम के लिए यशवंत सिंह नेगी, वंदना त्रिपाठी ममता, सुखवाल, कृष्णा शर्मा, गायत्री पाराशर, अंकित शर्मा, रामदेव वर्मा, प्रसाद, रितु व्यास सरिता शर्मा आदि को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रांतीय संगठन मंत्री गोविंद, जिला सचिव महेंद्र सिंह सिसोदिया और महेश नवाल समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।