सामाजिक सौहार्द के पुरोधा थे संत गुरु रविदास- डॉ. सुभाष
सामाजिक सौहार्द के पुरोधा थे संत गुरु रविदास- डॉ. सुभाष
सामाजिक युवा संगठन संस्थान द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से संत गुरु रविदास की 644 वीं जयंती के अवसर पर एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। श्री बलराम उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर, गोनेर रोड़, बस्सी में सम्पन्न कार्यक्रम में संस्थान सचिव व कार्यक्रम संयोजक रामदयाल सैन ने बताया कि सन्त रविदास के जीवन व उनके बताए सामाजिक सौहार्द के विचार को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नवचयनित राजस्थान प्रशासनिक सेवा के राज्य कर अधिकारी डॉ. गजेंद्र सिंह दोतानिया, मुख्यवक्ता शिक्षा विभाग के पूर्व सहायक निदेशक डॉ. सुभाष कौशिक, विशिष्ट अतिथि निर्वाण विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अरविंद कुमार अग्रवाल, रजिस्ट्रार प्रोफेसर प्रशांत बेनीवाल, वक्ता पूर्व जिला वन अधिकारी खेमराज शर्मा, शिक्षाविद सुधीर पारीक आदि ने संतगुरु रविदास के जीवन व संस्मरणों पर अपने विचार प्रकट करते हुए, उनके द्वारा बताए गए सामाजिक सौहार्द व समरसता के संदेश पर चलते हुए राष्ट्र विकास हेतु एकजुट होने का आह्वान किया। वहीं मुख्यवक्ता डॉ. सुभाष कौशिक ने विद्यार्थियों को सफलता के मूलमंत्रों में शिक्षा के साथ व्यवहारिक ज्ञान की आवश्यकता भी बताई। वहीं डॉ. गजेंद्र ने जीवन लक्ष्य निर्धारित करने की बात कही। निर्वाण विश्वविद्यालय के कुलपति अरविंद अग्रवाल ने शिक्षा के साथ संस्कारों और मानवीय मूल्यों को जोड़ने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में विचार गोष्ठी से पूर्व निबंध व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विजेताओं को पुरस्कार व प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर संस्थान के 200 से अधिक विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में सहभागिता की।