सिन्धी बाल संस्कार ऑनलाइन शिविरों का जून में होगा आयोजन
23 मई। भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान की ओर से कोरानाकाल में विद्यार्थियों के लिये आॅनलाइन बाल संस्कार शिविरों का जून में आयोजन किया जायेगा। विद्यार्थियों के लिये तैयार की गई पुस्तकों, रंगीन सर्टीफिकेट्स व बैनरों का वितरण भी किया जायेगा। उक्त निर्णय सभा की प्रदेश स्तरीय वर्चुअल बैठक में अध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी की अध्यक्षता में लिया गया। राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि ऐसे शिविरों से बच्चों को सिन्धी भाषा, सभ्यता के साथ सनातन संस्कारों का ज्ञान तीन सत्रों में होगा। आॅनलाइन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जायेगा।
प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि पुस्तक में प्रार्थना, खेलकूद की जानकारी, सिन्धी गीत, लोक गीत-नृत्य, नाटक, कविता, भजन व देश भक्ति के प्रेरणा प्रसंग जोड़े गये हैं। राज्य में आॅनलाइन सिन्धी बाल संस्कार शिविरों का आयोजन ईकाइयों के सहयोग से किया जायेगा और पुस्तकें पहुंचाई जायेंगी। पन्द्रह दिवसीय शिविर में 5 से 15 वर्षीय विद्यार्थी सम्मिलित किये जाएंगे।
शिविरों को सफल बनाने के लिये प्रदेश के भाषा व साहित्य मंत्री डाॅ. प्रदीप गेहाणी (जोधपुर) को संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है। सह-संयोजक का दायित्व गिरधारी ज्ञानाणी, राजकुमार दादवाणी (खैरथल), घनश्याम भगत, महेश टेकचंदाणी (अजमेर), मूलचंद बसताणी, दीपेश सामनाणी (जयपुर), राधाकिशन शिवनाणी (पाली), जय चंचलाणी (कोटा), वंदना वजीराणी (चित्तौडगढ़), शोभा बसंताणी (जयपुर), घनश्याम हरवाणी (श्रीगंगानगर), सुरेश केसवाणी (बीकानेर), घनश्याम मेघवाणी (हनुमानगढ़) व राजा संगताणी (बालोतरा) निभाएंगे।