भारतीय सिन्धु सभा 14 अगस्त को सिन्ध स्मृति दिवस मनाएगी
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ईकाइयों द्वारा आयोजित होंगे देशभक्ति आधारित कार्यक्रम
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विभाजन का दंश सहकर आए बुजुर्गों का होगा सम्मान
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सिन्धु सभा 1979 से 14 अगस्त को मनाती है सिन्ध स्मृति दिवस
जयपुर, 12 अगस्त। भारतीय सिन्धु सभा 14 अगस्त को सिन्ध स्मृति दिवस मनाएगी। इस बारे में सभा की कोर कमेटी की वर्चुअल बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष लधाराम नागवाणी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें अखण्ड भारत से सिन्ध के अलग होने जैसे विषय पर आगामी 14 अगस्त को एक देशभक्ति आधारित कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। ताकि देश की युवा पीढ़ी सिन्ध के गौरवमयी इतिहास को जान सके।
राष्ट्रीय महामंत्री भगवानदास सबनाणी ने बताया कि सभा की ओर से 1979 से ही सिन्ध स्मृति दिवस पर देशभक्ति के कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे हैं। इन कार्यक्रमों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ अधिकारी, पूज्य सिन्धी पंचायत के मुखी, धार्मिक एवं सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों का मार्गदर्शन मिलता रहा है। इस बार सिन्ध से आए बुजुर्ग जिन्होंने विभाजन का दर्द सहा और देखा परन्तु मन में प्रसन्नता थी कि भारत माता स्वतंत्र हो रही है, का सम्मान भी किया जाएगा।
सभा के राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि इस वर्ष कोराना वायरस के कारण लाॅकडाउन में कार्यक्रम गाइडलाइन की मर्यादा से किए जाएंगे। जिनमें भारत माता पूजन, बुजुर्गों व कोरोना योद्धाओं का सम्मान, बाल संस्कार शिविर में तैयार विद्यार्थियों का देशभक्ति व संगठन गीत आधारित कार्यक्रम, आॅनलाइन सेमिनार के साथ वक्ताओं की ओर से मार्गदर्शन होंगे। वर्चुअल बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष भगतराम छाबड़ा, कार्यालय मंत्री रेवाचंद नारवाणी, ओम जेसवाणी, अध्यक्ष महिला विभाग डाॅ.मायाबेन कोडनाणी, कोषाध्यक्ष तुलसी टेकवाणी ने भी विचार व्यक्त किए।