हमने दुनिया को शस्त्र नहीं अपने शास्त्र से अवगत कराया – भैय्या जी जोशी
- युवा परिवर्तन का हिस्सा बनकर बलशाली, स्वाभिमानी और स्वावलंबी भारत का पुनर्निर्माण करें
- नागपुर में अभाविप का 66वां राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित
जयपुर, 26 दिसम्बर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुक्रवार को डाॅ. हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर नागपुर में शुरू हुआ। 66वें राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैय्याजी जोशी ने किया। वहीं कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए परिषद के कार्यकर्ता आॅनलाइन ही अधिवेशन से जुड़े। जयपुर, जोधपुर व चित्तौड़ प्रांत में विभाग, जिला व खण्ड केन्द्रों पर एलईडी लगाकर अधिवेशन का लाइव प्रसारण किया गया। जिससे बडी संख्या में कार्यकर्ता जुड़े तथा सरकार्यवाह का उद्बोधन सुना।
अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए सरकार्यवाह ने कहा कि कोरोना काल में पूरी दुनिया के लोग सहायता के लिए अपनी सरकारों की ओर देख रहे थे। वहीं भारत में समाज के विभिन्न तबकों से लोग एक-दूसरे की सहायता के लिए आगे बढ़े। जिससे जो बन पड़ा वह एक-दूसरे के लिए किया। भारत का यह सामाजिक बर्ताव हमें पूरी दुनिया से अलग खड़ा करता है। हमारे इस सामाजिक आचरण में पूर्वजों से प्राप्त संस्कार, ज्ञान और स्नेह की बड़ी भूमिका है। भारत ने कभी किसी देश पर आक्रमण नहीं किया। हमने दुनिया को शस्त्र नहीं अपने शास्त्र से अवगत कराया।
भैय्याजी जोशी ने कहा कि देश में परिवर्तन का चक्र गतिमान हो चुका है। उन्होंने देश के युवाओं का आह्वान किया कि राष्ट्र के पुनर्निर्माण के मूक साक्षी नहीं बल्कि परिवर्तन का हिस्सा बनकर बलशाली, स्वाभिमानी और स्वावलंबी भारत के पुनर्निर्माण का प्रयास करें। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी को अपनी भूमिका निर्धारित करनी होगी। प्रजातंत्र की सफलता के लिए देश के सामान्य लोगों में विदुर की भांति विवेक के आधार पर सत्य कहने का सामर्थ्य निर्माण होना बेहद जरूरी है। देश को विश्वगुरु बनाने के लिए इस देश के आम आदमी के मन में वैश्विक नेतृत्व का भाव पैदा होना बेहद जरूरी है। सरकार्यवाह ने कहा कि जब देश के सामान्य व्यक्ति के मन में विश्वास जगेगा कि हम दुनिया को बेहतर तरीके से रास्ता दिखा सकते हैं तभी हम विश्वगुरु बनने की राह पर गति से चल पड़ेंगे।
वहीं राजस्थान के सभी जिला केन्द्रों व अधिकांश खण्ड केन्द्रों पर एलईडी लगाकर अधिवेशन का लाइव प्रसारण किया गया। जयपुर, सांगानेर, सीकर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, बीकानेर, कोटा, भीलवाडा, अलवर, उदयपुर समेत अनेकों स्थानों पर कार्यकर्ताओं ने सरकार्यवाह का उद्बोधन सुना। अधिवेशन में देश के 4 हजार स्थानों से 1.5 लाख से अधिक कार्यकर्ता ऑनलाइन सम्मिलित हुए।