अर्जुन कला अवॉर्ड समारोह एवं मूर्ति शिल्प अनावरण कार्यक्रम
अर्जुन कला अवॉर्ड समारोह एवं मूर्ति शिल्प अनावरण कार्यक्रम
जयपुर, 23 जून। कलाकार के जीवन में कला एक साधना होती है। स्वयं को तिल तिल कर के जलाना पड़ता है, तब एक कलाकार हुनरमंद बनता है। स्वर्गीय अर्जुन प्रजापति स्वयं कला के धनी थे। उन्होंने राजस्थान का नाम पूरे विश्व में प्रसिद्ध किया और भारत को एक गौरव प्रदान किया है। सम्पूर्ण प्रकार की कला हमारी एक पहचान है। ये विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने आज राजधानी में व्यक्त किए। वे बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित अर्जुन कला अवॉर्ड समारोह एवं मूर्ति शिल्प अनावरण कार्यक्रम में बोल रहे थे।
मूर्तिकार स्वर्गीय अर्जुन प्रजापति की स्मृति में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में कला जगत के अलग अलग क्षेत्रों के कलाकारों का सम्मान किया गया ।
अति सुंदर कार्यक्रम ?