इजरायल कद्दाफ ने कतर से आकर किया नाबालिग का अपहरण, ऑनलाइन गेम खेलने दौरान हुई थी दोस्ती
इजरायल कद्दाफ ने कतर से आकर किया नाबालिग का अपहरण, ऑनलाइन गेम खेलने दौरान हुई थी दोस्ती
अगर आपके बच्चे के पास स्मार्ट फोन है, वह ऑनलाइन गेम खेलता है या सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताता है, तो सावधान रहें। मोबाइल पर उसकी गतिविधियां क्या हैं, इस पर नजर रखें। इंटरनेट के युग में दुनिया सिकुड़ रही है, दुनिया के किसी भी कोने में बैठा व्यक्ति आपके बच्चे का ब्रेनवॉश कर सकता है।
ऐसी ही एक घटना बांदीकुई में सामने आई है। 13 साल की नाबालिग ऑनलाइन गेम खेलती थी। गेम के ही दौरान कतर में नौकरी करने वाले इजरायल कद्दाफ से उसकी दोस्ती हुई। दोनों इंस्टाग्राम पर कनेक्ट हो गए। इजरायल ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपनी बताकर मॉडल की फोटो लगा रखी थीं। लड़की उससे प्रभावित हो गई। दोनों ने मिलने की योजना बनाई। इजरायल कतर से दिल्ली आ गया। 18 जून को वह दिल्ली से बांदीकुई पहुंचा। पूरी रात स्टेशन पर बैठा लड़की को फुसलाता रहा। 19 जून को लड़की को बाजार में बुलाया, लड़की भी कुरकुरे लाने का कहकर घर से निकली।दोनों मिले तो लड़की उसका वास्तविक रूप देखकर हतप्रभ रह गई। लेकिन इजरायल उसे झांसे में लेने में सफल हो गया और उसे लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गया। उसकी योजना दिल्ली से बिहार के रास्ते नेपाल जाने की थी। वह मूल रूप से नेपाल का ही रहने वाला है। इधर जब लड़की काफी देर तक घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी।
पुलिस की जाँच में सामने आया कि लड़की ने अपहरण होने के दिन अपने इंस्टाग्राम हैंडल से क़तर के किसी व्यक्ति से बात की थी। इसी क्लू पर आगे बढ़ते हुए पुलिस ने पाया कि कतर वाली वह ID भारत में एक्टिव थी। इंस्टाग्राम हैंडल पर चल रहे मोबाइल नंबर को ट्रेस किया गया तो दिल्ली से खरीदे गए एक और नंबर की जानकारी हुई। उस नए नंबर को पुलिस द्वारा ट्रेस किया गया तो वह दौसा के बांदीकुई में एक्टिव होना पाया गया। यही वह जगह थी जहाँ से लड़की का अपहरण हुआ था। बाद में वह नंबर दिल्ली से बिहार रूट पर दिखाई दिया। पुलिस तुरन्त सक्रिय हुई और 22 जून को दोनों को दरभंगा में पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपी को सात दिन की रिमांड पर लिया है। इजरायल की आयु 25 वर्ष है।