राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर जयपुर पहुंचे पूर्व ओलंपियन गोपाल सैनी का अभिनंदन
- पुणे में मनोनीत हुए क्रीडा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष
- क्रीड़ा भारती राजस्थान के भी रह चुके हैं अध्यक्ष
जयपुर, 23 जनवरी। खेल के क्षेत्र में कार्य करने वाले राष्ट्रीय संगठन क्रीड़ा भारती की पुणे में आयोजित अखिल भारतीय नियामक मंडल की बैठक में अर्जुन अवॉर्डी धावक गोपाल सैनी को राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद वे शुक्रवार को पहली बार जयपुर पहुंचे। जहां एयरपोर्ट पर क्रीड़ा भारती के कार्यकर्ताओं समेत खेल जगत से जुड़े लोगों ने उनका अभिनंदन किया। इससे पूर्व गोपाल सैनी क्रीड़ा भारती राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। पिछले दिनों कोरोना से क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व क्रिकेटर चेतन चैहान के निधन के बाद गोपाल सैनी को राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। जहां शुक्रवार को एयरपोर्ट पहुंचने पर क्रीड़ा भारती के क्षेत्रीय संयोजक मेघसिंह, संरक्षक प्रकाशनारायण पारीक, प्रांत मंत्री अशोकवर्द्धन भार्गव, अर्जुन अवॉर्डी रमा पाण्डेय समेत कई खिलाड़ी उपस्थित रहे।
अर्जुन अवॉर्ड से हो चुके सम्मानित:
वर्ष 1954 में जन्मे गोपाल सैनी पूर्व भारतीय मध्यम दूरी के धावक हैं। उनके नाम 3000 मीटर स्टीपलचेज में वर्तमान राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। सैनी ने 5 जून 1981 को टोक्यो, जापान में 3000 मीटर स्टीपलचेज रिकॉर्ड 8 मिनट 30.88 सेकण्ड में बनाया था। वहीं 1980 में पुरुषों की 5000 मीटर दौड़ के लिए सोवियत संघ में 22 वें ओलम्पिक खेलों का प्रतिनिधित्व किया। उनकी इन उपलब्धियों के लिए उन्हें 1981 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। गोपाल सैनी वह एथलीट हैं जो मास्को ओलंपिक में नंगे पांव दौड़े। 1981 की टोक्यो एशियाई चैंपियनशिप में 5000 मीटर का स्वर्ण और 3000 मीटर स्टीपलचेज का रजत भी उन्होंने नंगे पैरों से जीता। बताया जाता है कि वह दुनिया के इकलौते एथलीटों होंगे जिन्होंने इतने सारे टूर्नामेंट नंगे पैर दौड़े।