कन्हैया हत्याकांड के विरोध में हजारों की संख्या में जुटा हिन्दू समाज

कन्हैया हत्याकांड के विरोध में हजारों की संख्या में जुटा हिन्दू समाज

कन्हैया हत्याकांड के विरोध में हजारों की संख्या में जुटा हिन्दू समाजकन्हैया हत्याकांड के विरोध में हजारों की संख्या में जुटा हिन्दू समाज

  • श्रद्धाजंलि के बाद किया सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ

जयपुर, 3 जुलाई। उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की बर्बर हत्या के विरोध में राजधानी जयपुर में रविवार को सर्व हिन्दू समाज  स्टेच्यू सर्किल पर इकट्ठा हुआ और एक विशाल सभा का आयोजन किया। सभा को हिन्दू समाज के संत महात्माओं और समाज के वरिष्ठ बंधुओं ने संबोधित किया। सभा में कन्हैयालाल को श्रद्धांजलि देने के बाद सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।

कन्हैया हत्याकांड के विरोध में हजारों की संख्या में जुटा हिन्दू समाज

सर्व हिन्दू समाज की भारी भीड़ को देखते हुए जयपुर पुलिस की ओर से एहतियात के तौर पर शहर के चप्पे-चप्पे पर लगभग दो हजार से अधिक पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। इससे पहले पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने स्टेच्यू सर्किल पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

हिन्दू समाज के महिला एवं पुरुष रविवार सुबह समय से पहले ही अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए स्टेच्यू सर्किल पर एकत्रित होने लगे थे। रैली में बड़ी संख्या में लोग दूर-दराज से भी जत्थों के रूप में नारे लगाते हुए पहुंचे और रैली में सम्मिलित हुए। लोगों ने हत्यारों को फांसी पर लटकाए जाने की मांग की।

कन्हैया हत्याकांड के विरोध में हजारों की संख्या में जुटा हिन्दू समाज

रैली को संबोधित करते वक्ताओं ने सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान की एटीएस (ATS) हत्यारों को रविवार दो बजे तक भी एनआईए को सौंपने के बजाय स्वयं के पास रखना चाहती थी। लेकिन एनआईए कोर्ट ने क्षेत्राधिकार का हवाला देते हुए एटीएस को कस्टडी देने से मना कर दिया। इसके बाद एटीएस ने एनआईए को पत्रावली सौंपी और कोर्ट ने हत्यारों को एनआईए (NIA) को रिमांड पर दिया।

वक्ताओं ने कांग्रेस सरकार पर तुष्टीकरण के आरोप लगाते हुए कहा कि जिस प्रकार की तुष्टीकरण की नीति प्रदेश सरकार ने अपनाई है, उसके कारण राजस्थान में इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं। तुष्टीकरण की नीति के कारण ही कन्हैयालाल की हत्या हुई। कन्हैयालाल ने पुलिस में अपनी सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। वर्तमान परिस्थितियों में समाज चुप नहीं बैठेगा और राजस्थान को तालिबान नहीं बनने देगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी एक बुलडोजर बाबा की आवश्यकता है।

लोगों ने पुलिस प्रशासन पर लगाया सहयोग नहीं करने का आरोप

मंच से पुलिस प्रशासन से बार बार अपील की गई कि सर्किल पर आने वाले लोगों को रोका नहीं जाए। रैली को लेकर चारदीवारी में पुलिस का सख्त पहरा है। सूरजपोल से लेकर बड़ी चौपड़ तक रास्ते को बंद रखा गया। सूरजपोल से हीदा की मोरी और रामगंज में बेरिकेड्स लगाकर रास्ता रोका गया। वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रही।

रैली में आए कुछ लोगों का आरोप था कि पुलिस ने अजमेर रोड पर भी कई लोगों को रोके रखा। पुलिस ने कई किलोमीटर पहले ही रास्ता रोक दिया, ताकि लोग आसानी से स्टेच्यू सर्किल पर न पहुंच सकें।

कल कोटा में भी हुआ था प्रदर्शन

दो जुलाई को ऐसा ही प्रदर्शन कोटा के सीआईडी सर्किल पर भी हुआ था। संत समाज के नेतृत्व में लोगों ने राष्ट्रपति के नाम संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। कोटा शहर के सभी व्यापारिक संगठन बंद रहे। सर्व हिंदू समाज के सभी जाति बिरादरी के प्रमुखों, हजारों की संख्या में प्रबुद्ध जनों, मातृशक्ति, युवा वर्ग आदि ने इस बंद का समर्थन किया तथा स्वत: ही एकत्रित होकर अपने आक्रोश का प्रकटीकरण किया।

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