सभी फसलों को लाभकारी मूल्य देने की मांग को लेकर किसान गर्जना रैली 19 दिसंबर को
सभी फसलों को लाभकारी मूल्य देने की मांग को लेकर किसान गर्जना रैली 19 दिसंबर को
- भारतीय किसान संघ 19 दिसंबर को भरेगा हुंकार
जयपुर, 13 दिसंबर। भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में देशव्यापी आंदोलन के अंतर्गत लागत आधारित लाभकारी मूल्य सहित विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में 19 दिसंबर को किसान गर्जना रैली का आयोजन किया जाएगा। इसमें देशभर के किसान शामिल होंगे।
भारतीय किसान संघ के संभाग प्रचार प्रमुख डॉ. लोकेश कुमार चन्देल ने बताया कि प्रांत महामंत्री डॉ. सांवरमल सोलेट ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए बताया कि 19 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल प्रदर्शन कर किसानों को लागत आधारित लाभकारी मूल्य देने, कृषि आदानों पर से जीएसटी समाप्त करने, किसान सम्मान निधि राशि में बढ़ोतरी करने, जीएम सरसों को प्रतिबंधित करने व हर खेत को नहरी सिंचाई का पानी देने हेतु नदियों को जोड़ने की मांग रखेंगे।
प्रांत अध्यक्ष कालूराम बागड़ा ने बताया कि भारतीय किसान संघ न्यूनतम समर्थन मूल्य के बजाय फसलों के लागत आधारित लाभकारी मूल्य की मांग कर रहा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य फसलों की वास्तविक लागत से बहुत दूर है, ऐसे में किसान पूंजीगत लागत पर ब्याज, मशीनरी के मूल्य ह्रास, किसान का कुशल उद्यमी अनुसार मेहनताना जोड़ कर आने वाली लागत के अनुसार फसल उत्पादन लागत की गणना कर उस पर 50 प्रतिशत लाभांश जोड़कर कर लाभकारी मूल्य घोषित किए जाने की मांग करेंगे।
जिला मंत्री लक्ष्मीनारायण यादव, जिला सह मंत्री भगवत सिंह लुहाकणा ने बताया कि किसान फसल उत्पादक होने के बावजूद किसानों को जीएसटी का इनपुट क्रेडिट नही मिलता है, इसलिए किसान गर्जना रैली में कृषि आदानों पर से जीएसटी समाप्त करने की मांग भी रखी जाएगी। जयपुर जिला विपणन प्रमुख बजरंग लाल शर्मा, जिला उपाध्यक्ष राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बढ़ती महंगाई व मुद्रा स्फीति के अनुसार किसान सम्मान निधि राशि में भी बढ़ोतरी नहीं हुई है ऐसे में रैली के दौरान इसे भी केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से रखा जाएगा।
प्रदेश के सभी जिलों से 50 हजार से अधिक किसान जाएंगे दिल्ली
भारतीय किसान संघ के कार्यालय मंत्री करण सिंह ने बताया कि किसान संघ की ओर से दिल्ली में आयोजित होने वाली किसान गर्जना रैली में जयपुर, चित्तौड़ व जोधपुर प्रांत से 50 हजार किसान भाग लेंगे। प्रदेश से रेल, बसों व निजी वाहनों से किसान दिल्ली जाएंगे।