कोरोना काल में समाज का मनोबल बढ़ाएं चिकित्सक – निम्बाराम
जयपुर, 09 मई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर पश्चिम (राजस्थान) क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि कोरोना काल में प्रत्येक व्यक्ति को धैर्य एवं संयम का पालन करते हुए अपनी नियमित दिनचर्या में योग और प्राणायाम को शामिल करना चाहिए। उन्होंने चिकित्सकों से कोरोना में समाज का मनोबल बनाए रखने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए हमें सरकारी नियमों का पूरी तरह पालन करना चाहिए।
क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम रविवार को विश्व आयुर्वेद परिषद एवं आरोग्य भारती राजस्थान के तत्वावधान में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का उद्देश्य जनसामान्य को जागरूक करना था कि किस तरह कोरोना संक्रमण से अपना बचाव कर सकते हैं और संक्रमण की पुष्टि होने पर घर पर रहते हुए किस प्रकार से अपना उपचार कर सकते हैं।
कार्यक्रम में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अशोक वार्ष्णेय ने स्वस्थ जीवन शैली अपनाने पर जोर देते हुए नियमित योगाभ्यास एवं संतुलित आहार लेते हुए ऋतु चर्या का पालन करने की बात कही।
कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के रूप में आधुनिक विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ. सुशील साहू एसोसिएट प्रोफेसर आरएनटी मेडिकल कॉलेज एवं कोविड लैब प्रभारी ने बताया कि सावधानी एवं सुरक्षा रखने की आवश्यकता है। परंतु भयभीत होने से हमारे शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। उन्होंने घर पर रहते हुए किस प्रकार से एलोपैथी चिकित्सा का प्रयोग हम कर सकते हैं एवं किस स्थिति में हमको सीटी स्कैन करानी चाहिए इसके बारे में भी जानकारी प्रदान की।
आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. सी आर यादव एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर ने आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिए गए चिकित्सा प्रोटोकॉल एवं संक्रमण से बचाव की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयुष 64 टेबलेट कोरोना में अत्यंत कारगर है। इसके अलावा उन्होंने घर पर रहते हुए सामान्य प्रयोग की जानकारी भी प्रदान की।
कार्यक्रम के अंत में वैद्य केदारनाथ शर्मा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आरोग्य भारती ने सत्र का सारांश बताया। जूम प्लेटफार्म पर आयोजित कार्यक्रम में 360 प्रतिभागियों ने भाग लिया एवं इस का फेसबुक लाइव प्रसारण भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन विश्व आयुर्वेद परिषद के राजस्थान प्रांत अध्यक्ष डॉ. किशोरी लाल शर्मा ने किया। कार्यक्रम में आरोग्य भारती के क्षेत्र संयोजक लक्ष्मण भावसिंहका और डॉ. महेश इन्द्रा महासचिव विश्व आयुर्वेद परिषद भी उपस्थित थे।