गुरुदेव सुनो विनती…(कविता)
राम गोपाल पारीक
गुरुदेव सुनो विनती, अब राह दिखा देना
इस पार खड़े हैं हम, उस पार लगा देना॥
स्वराज हमारा हो, सपना वो दिखाया था
उस दौर की आंधी में, जो दीप जलाया था
यह दीप जले हरदम, वह ज्ञान हमें देना।
गुरुदेव सुनो विनती…..
इस बार खड़े हैं हम……..॥
जब राह अंधेरी हो, कुछ नजर नहीं आये
हम डिगें नहीं पथ से, आगे बढ़ते जाएं।
यह हिम्मत ना टूटे, वो भाव जगा देना
गुरुदेव सुनो विनती……
इस पर खड़े हैं हम…..॥
यह जन्मभूमि अपनी, अधिकार हमारा है
भारत मां के बेटे, ये देश हमारा है।
दुश्मन को जीत सकें, वो शक्ति हमें देना
गुरुदेव सुनो विनती….
इस पर खड़े हैं हम…..॥