गोसेवा व रक्षा हेतु मुरलीपुरा जयपुर की संस्कृति चिल्ड्रंस अकेडमी के नन्हें बच्चे आए आगे
गोसेवा व रक्षा हेतु मुरलीपुरा जयपुर की संस्कृति चिल्ड्रंस अकेडमी के नन्हें बच्चे आए आगे
- लम्पी बीमारी से अब तक 4500 हजार गायें बचाईं
राजस्थान में लम्पी वायरस के संक्रमण ने विकट रूप ले लिया है। लाखों गायें इसकी चपेट में हैं। ऐसे समय में संस्कृति चिल्ड्रंस अकेडमी और मित्राय बी ह्यूमन इंडिया फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एक गोमाता रसोई संचालित हो रही है, जिसमें गायों के लिए आयुर्वदचार्यों द्वारा निर्देशित औषधीय लड्डू बन रहे हैं।
मित्राय फाउंडेशन के विनीत शर्मा ने बताया की हर दिन लगभग एक लाख रुपए की कीमत के लड्डू बनाए जा रहे हैं। 3 लाख से अधिक औषधीय लड्डुओं और दवा का निशुल्क वितरण किया जा चुका है। लड्डू खाने से गायों के स्वास्थ्य में सुधार है। इसी को देखते हुए प्रदेश के अन्य जिलों में स्थित गोशालाओं से भी काफी संख्या में लोग लड्डू लेने आ रहे हैं।
विनीत शर्मा ने कहा कि अधिक संख्या में लड्डू तभी वितरित किए जा सकते हैं, जब वे अधिक संख्या में बनें। इसके लिए हमें संस्कृति चिल्ड्रंस अकेडमी के बच्चों का साथ मिला है। उन्होंने इसके लिए विद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
अकेडमी के प्रबंध निदेशक आयुष कुमार शर्मा ने कहा कि मानव का रोम-रोम गोमाता का ऋणी है। पूरा जीवन जिस गोमाता ने दूध-दही-घृत दिया है, और आज जब इस पर संकट आन खड़ा है, तो हमारा कर्तव्य बनता है कि हम उसकी रक्षा, सेवा करें। इसी को ध्यान में रखकर संस्कृति चिल्ड्रंस अकेडमी और मित्राय फाउंडेशन ने भारत में राजस्थान की पावन भूमि पर गोवंश को बचाने की मुहिम चलाई है।
उन्होंने बताया कि हमारे विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं ने घर पर भी यह सेवा कार्य चला रखा है। वे अपने क्षेत्र में औषधीय स्प्रे और लड्डू की आवश्यक रूप से सेवा दे रहे हैं।
इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य अशोक कुमार शर्मा ने सभी विद्यार्थियों व कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाने हेतु गोमाता पर एक गीत भी गाया- गोमाता की रक्षा को जो भी आगे आएगा, सच मानो वो गोविन्द से बिन मांगे सब पायेगा और अपने पुरे कुल का वो बेड़ा पार करवाएगा।
उन्होंने कहा कि ये औषधीय लड्डू प्रातः 8 बजे से रात्रि 9 बजे तक गुलाब पेरेडियज गार्डन, माता जी के मंदिर के पास, केडिया पैलेस, मुरलीपुरा पर निरंतर, बनाए और वितरित किए जा रहे हैं।