चलो चलें मतदान करें
डॉ. नीलप्रभा नाहर
चलो चलें मतदान करें
राष्ट्रहित में ध्यान धरें
जाति पंथ में विभक्त न हों
सनातन कहीं अशक्त न हो
मिला है अवसर चूकें ना
आओ अंगुली पर तिलक करें
चलो चलें मतदान करें॥
ब्रह्म मुहूर्त में निकले फेरी
जागें सब निद्रा से गहरी
हो ग्रामीण या हो शहरी
हैं हम सब इस राष्ट्र के प्रहरी
भारत माँ का ध्यान करें
चलो चलें मतदान करें॥
कोई मंदिर फिर टूटे ना
भाग्य हमसे रूठे ना
वोट एक भी छूटे ना
बूथ कोई लूटे ना
रामराज्य शुभारंभ करें
चलो चलें मतदान करें॥
राष्ट्र हित में ध्यान धरें
चलो चलें मतदान करें॥