जयपुर के होम्योपैथी चिकित्सकों ने होम्योपैथी से कोविड का उपचार करने में सफलता प्राप्त की
जयपुर, 05 जुलाई। जयपुर के होम्योपैथी चिकित्सकों ने होम्योपैथी से कोविड का उपचार करने में सफलता प्राप्त की है। चिकित्सकों का दावा है कि उनके द्वारा दी गई दवा से 60 मरीज 2 से 14 दिन में ही स्वस्थ हो गए हैं।
वैश्विक बीमारी कोविड का सटीक उपचार करने वाले होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. अशोक सोलंकी व डॉ. भीखाराम कुमावत ने बताया कि कोविड के डेडिकेटेड सेन्टर आरयूएचएस में 60 मरीजों को भर्ती कर दवा दी गई थी, वे सभी मरीज 2 से 14 दिन में ठीक होकर घर पहुंच गए।
डॉ. सोलंकी ने बताया कि राज्य सरकार की अनुमति पर ही राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) में भर्ती मरीजों को लक्षणों के आधार पर आर्सेनिक एल्बम, ब्रायोनिया एल्बा और जेलसेमियम के काम्बिनेशन की दवा दी गई। पहले फेज में जिन 60 मरीजों को दी गई दवा, उनमें से एक भी मरीज को आईसीयू की जरूरत नहीं पड़ी। उन्होंने बताया कि कुल मरीजों में से 44 प्रतिशत मरीज दो से पांच दिन, 25 प्रतिशत मरीज छह से नौ दिन और 31 प्रतिशत मरीज 10 से 14 दिन में कोरोना को हराकर घर पहुंचे। 85 प्रतिशत मरीजों को ब्रायोनिया अल्बा, 11 प्रतिशत को आर्सेनिक अल्बम एवं 4 प्रतिशत को जेल्सेमियम मेडिसिन दी गई।
चिकित्सकों ने अपनी सफलता व संपूर्ण कार्य का श्रेय होम्योपैथी के जनक डॉ. हैनीमैन को दिया, जिन्होंने ऐसी अद्भुत चिकित्सा पद्धति का आविष्कार किया जो किसी भी बीमारी में मे असफल नहीं हुई। होम्योपैथी की दवा पर कोरोना की जंग जीतने वाले मरीजों ने भी विश्वास जताया है। उनका कहना है कि इस दवा से उनकी रिकवरी काफी तेजी से हुई।