श्रीराम मंदिर निधि समर्पण के लिए संकल्पों का दौर शुरू
- घर-घर दस्तक देकर समर्पण के संकल्प की तैयारियों को दिया जा रहा मूर्त रूप
उदयपुर, 14 जनवरी। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए मकर संक्रांति के साथ 15 जनवरी से शुरू होने जा रहे निधि समर्पण जागरण अभियान की तैयारियों को मूर्त रूप दिया जा रहा है। कोई घर, कोई परिवार न छूटे, इसको लेकर तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही, मंदिर के लिए निधि समर्पण के संकल्पों का दौर भी शुरू हो गया है। रामभक्त अपनी श्रद्धानुसार राशि के समर्पण का संकल्प ले रहे हैं।
तैयारियों के मद्देनजर बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र निधि समर्पण समिति उदयपुर की बैठक बीएन काॅलेज के सामने विश्व हिन्दू परिषद परिसर में स्थित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय में हुई। बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चित्तौड़ प्रांत के सह प्रांत प्रचारक मुरलीधर ने कार्यकर्ताओं को 31 जनवरी से 15 फरवरी तक चलने वाले घर-घर सम्पर्क अभियान की व्यापकता और बारीकियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोई मोहल्ला, कोई घर, कोई परिवार छूटना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि देशभर में यह वातावरण बना है कि हर परिवार भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण में अपनी श्रद्धानुसार समर्पण करना चाहता है, हर परिवार तक कार्यकर्ताओं को पहुंचना है और इस भावना का सम्मान करना है। इतिहास का यह सबसे बड़ा सम्पर्क अभियान होने वाला है। बैठक में उदयपुर के सभी 11 भागों के प्रमुख मौजूद थे। दूसरी ओर, श्रीरामलला के मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण के संकल्प का क्रम भी शुरू हो चुका है। अब तक कई समाजसेवियों, व्यवसायियों ने निधि समर्पण का संकल्प व्यक्त किया है। इनमें उदयपुर जिले के गोगुंदा के समाजसेवी पन्नालाल तेली ने 4 लाख 11 हजार रुपये, गोगुंदा विधायक प्रताप लाल गमेती ने 2 लाख 51 हजार रुपये, गोगुंदा के पूर्व उप प्रधान पप्पू राणा ने एक लाख 11 सौ रुपये की घोषणा की है। झाड़ोल फलासिया में समाजसेवी संजय मेहता ने 1 लाख रुपये की निधि समर्पण का संकल्प व्यक्त किया है। उदयपुर शहर के समाजसेवी नरेन्द्र सोनी ने एक लाख 11 हजार 111 रुपये, सीटीएई के पूर्व डीन एस.एस. राठौड़ ने एक लाख रुपये के समर्पण का संकल्प व्यक्त किया है।