पंचांग 10 अक्टूबर 2020
पंचांग 10 अक्टूबर 2020
सुविचार
दुराचारी च दुर्दृष्टिर्दुराऽवासी च दुर्जनः।
यन्मैत्री क्रियते पुम्भिर्नरः शीघ्र विनश्यति॥
भावार्थ :
दुराचारी, दुष्ट स्वभाव वाले, बिना किसी कारण दूसरों को हानि पहुँचाने वाले तथा दुष्ट व्यक्ति से मित्रता रखने वाला श्रेष्ठ पुरुष भी शीघ्र ही नष्ट हो जाता है क्योंकि संगति का प्रभाव पड़े बिना नहीं रहता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।