पंचांग 10 फरवरी 2022
पंचांग 10 फरवरी 2022
सुविचार
एकेनापि सुवर्ण पुष्पितेन सुगन्धिना।
वसितं तद्वनं सर्वं सुपुत्रेण कुलं यथा।।
भावार्थ
जिस प्रकार वन में सुंदर खिले हुए फूलों वाला एक ही वृक्ष अपनी सुगंध से सारे वन को सुगंधित कर देता है। इसी प्रकार एक सुपुत्र सारे कुल का नाम ऊंचा कर देता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।