पंचांग 10 मार्च 2022
सुविचार
यदा न कुरूते भावं सर्वभूतेष्वमंगलम्।
समदृष्टेस्तदा पुंसः सर्वाः सुखमया दिश:।।
भावार्थ
जो मनुष्य किसी भी जीव के प्रति अमंगल भावना नहीं रखता, सभी को सम्यक् दृष्टि (समान) से देखता है, ऐसे मनुष्य को सब ओर सुख ही सुख है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।