पंचांग 11 फरवरी 2022
सुविचार
एकेन शुष्कवृक्षेण दह्यमानेन वह्निना।
दह्यते तद्वनं सर्वं कुपुत्रेण कुलं यथा।।
भावार्थ
एक सूखे वृक्ष में आग लगने पर सारा वन जल जाता है। इसी प्रकार एक कुपुत्र सारे कुल को बदनाम कर देता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।
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