पंचांग 11 मई 2021
पंचांग 11 मई 2021
सुविचार
दरिद्रता धीरयता विराजते कुवस्त्रता स्वच्छतया विराजते।
कदन्नता चोष्णतया विराजते कुरूपता शीलतया विराजते।।
भावार्थ
धीरज से निर्धनता भी सहज लगती है, स्वच्छ रहने पर मामूली वस्त्र भी अच्छे लगते हैं, गर्म किये जाने पर बासी भोजन भी स्वादिष्ट जान पड़ता है और शील-स्वभाव से कुरूपता भी सुन्दर लगती है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।