पंचांग 13 अप्रैल 2022
पंचांग 13 अप्रैल 2022
सुविचार
प्रविचार्योत्तरं देयं सहसा न वदेत् क्वचित्।
शत्रोरपि गुणा ग्राह्या दोषास्त्याज्या गुरोरपि॥
भावार्थ
किसी विषय में एकाएक न बोलें, सोच-विचार कर उत्तर देना उचित है। शत्रु में भी यदि सद्गुण हों तो उन्हें अपनाना चाहिये और गुरु में भी दोष हों तो उन्हें त्याग देना चाहिये।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।