पंचांग 13 मई 2022
पंचांग 13 मई 2022
सुविचार
उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मी र्दैवेन देयमिति कापुरुषा वदन्ति।
दैवं निहत्य कुरु पौरुषमात्मशक्त्या यले कृते यदि न सिध्यति कोऽत्र दोषः॥
भावार्थ
उद्योगी वीर पुरुष को लक्ष्मी मिलती है। मेहनत न करने वाले कहा करते हैं कि जो मिलता है वह भाग्य से मिलता है। भाग्य की बात छोड़कर अपनी शक्ति से पुरुषार्थ करो; यत्न करने पर भी यदि कार्य सिद्ध न हो तो इसमें दोष ही क्या है?
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।