पंचांग 14 अगस्त 2021
पंचांग 14 अगस्त 2021
सुविचार
अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जनाः पर्युपासते।
तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्।।
भावार्थ
गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जो व्यक्ति अनन्य भाव से मेरा चिंतन करता है, भजन करता है। ऐसे नित्य निरंतर अनुरागी पुरुषों के योगक्षेम का वहन मैं करता हूँ अर्थात सभी प्रकार से उनका ध्यान रखता हूँ।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।