पंचांग 14 फरवरी 2021
पंचांग 14 फरवरी 2021
सुविचार
मात्रा समं नास्ति शरीरपोषणं, चिन्तासमं नास्ति शरीरशोषणं।
मित्रं विना नास्ति शरीर तोषणं, विद्यां विना नास्ति शरीरभूषणं॥
भावार्थ
संतुलित जीवन के समान शरीर का पोषण करने वाला दूसरा नहीं है, चिंता के समान शरीर को सुखाने वाला दूसरा नहीं है, मित्र के समान शरीर को आनंद देने वाला दूसरा नहीं है और विद्या के समान शरीर का दूसरा कोई आभूषण नहीं है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।