पंचांग 14 मार्च 2022
पंचांग 14 मार्च 2022
सुविचार
शरदिन वर्षति गर्जति वर्षति वर्षासु नि:स्वनो मेघ:।
नीचो वदति न कुरुते न वदति सुजन: करोत्येव।।
भावार्थ
शरद ऋतु में बादल केवल गरजते हैं, बरसते नहीं। वर्षा ऋतु में बरसते हैं, गरजते नहीं। इसी प्रकार दुष्ट व्यक्ति केवल बोलते हैं, कुछ करते नहीं। परन्तु सज्जन करते हैं, बोलते नहीं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।