पंचांग 15 जनवरी 2022
पंचांग 15 जनवरी 2022
सुविचार
पुनर्वित्तं पुनर्मित्रं पुनर्भार्या पुनर्मही।
एतत्सर्वं पुनर्लभ्यं न शरीरं पुनः पुनः।।
भावार्थ
व्यक्ति अपने जीवन में गंवाया हुआ धन, रूठा हुआ मित्र, छीनी हुई जमीन तो वापस पा सकता है; लेकिन एक बार यह जीवन और शरीर हाथ से चला जाए तो वापस नहीं मिलता।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।