पंचांग 16 जून 2021
पंचांग 16 जून 2021
सुविचार
अजरामरवत् प्राज्ञः विद्यामर्थं च साधयेत्।
गृहीत एव केशेषु मृत्युना धर्ममाचरेत्॥
भावार्थ
बुढ़ापा और मृत्यु आने वाले नहीं, ऐसा समझकर मनुष्य को विद्या और धन प्राप्त करना चाहिये पर
मृत्यु ने हमारे बाल पकड़े हैं, यह सोचकर धर्माचरण करना चाहिये।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।