पंचांग 16 दिसम्बर 2021
सुविचार
प्रकृत्यैव विभिद्यन्ते गुणा एकस्य वस्तुनः। वृन्ताकः श्लेष्मदः कस्मै कस्मैचित् वातरोग कृत्॥
भावार्थ
प्रकृति ने एक ही वस्तु को कई गुण दिए हैं। जहाँ बैगन एक व्यक्ति के लिए कफ का कारक है वहीँदूसरे के लिए वायु रोग का कारण बनता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।