पंचांग 16 नवम्बर 2021
पंचांग 16 नवम्बर 2021
सुविचार
कर्मेन्द्रियाणि संयम्य य आस्ते मनसा स्मरन्।
इन्द्रियार्थान्विमूढात्मा मिथ्याचारः स उच्यते॥
भावार्थ
जो मनुष्य समस्त इन्द्रियों को हठपूर्वक ऊपर से रोककर लेकिन मन से उन इन्द्रियों के विषयों का चिन्तन करता रहता है, उसे मिथ्याचारी कहा जाता है ।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।