पंचांग 17 जनवरी 2021
पंचांग 17 जनवरी 2021
सुविचार
जयेष्ठत्वं जन्मना नैव , गुणै: ज्येष्ठत्वम् उच्यते।
गुणात् गुरुत्वम् आयाति , दुग्धं दधि घृतं क्रमात्।।
भावार्थ
महानता मनुष्य को मात्र जन्म लेने से नहीं मिलती है। वह उसको उसके गुणों से प्राप्त होती है। जैसे दुग्ध से गुरुतर होकर क्रमश: दही और पुन: दही से घी बनता है ।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।