पंचांग 17 नवम्बर 2020
सुविचार
चित्तोद्वेगं विधायापि हरिर्यद्यत् करिष्यति।
तथैव तस्य लीलेति मत्वा चिन्तां द्रुतं त्यजेत॥
भावार्थ
चिंता और उद्वेग में संयम रख कर और ऐसा मान कर कि श्रीहरि जो भी करेंगे वह उनकी लीला मात्र है, चिंता को शीघ्र त्याग दें।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।