पंचांग 18 नवम्बर 2021
पंचांग 18 नवम्बर 2021
सुविचार
निवर्तयत्यन्यजनं प्रमादतः स्वयं च निष्पापपथे प्रवर्तते।गुणाति तत्त्वं हितमिच्छुरंगिनाम् शिवार्थिनां यः स गुरु र्निगद्यते॥
भावार्थ
जो दूसरों को प्रमाद करने से रोकते हैं, स्वयं निष्पाप रास्ते पर चलते हैं, हित और कल्याण की कामना रखने वाले को तत्त्वबोध कराते हैं, उन्हें गुरु कहते हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।