पंचांग 2 अगस्त 2020 एवं प्रात:कालीन विचार
पंचांग 2 अगस्त 2020
प्रात:कालीन विचार
श्रद्धाभक्तिसमायुक्ता नान्यकार्येषु लालसा:।
वाग्यता: शुचयश्चैव श्रोतार: पुण्यशालिन:॥
अर्थात्
योग्य श्रोता वही है जिसके पास श्रद्धा तथा भक्ति है, जिसका हेतु केवल ज्ञान प्रााप्त करना है और कुछ भी नहीं तथा जिसका अपनी वाणी पर नियंत्रण है और जो मन से शुद्ध है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।