पंचांग 2 नवम्बर 2021
पंचांग 2 नवम्बर 2021
सुविचार
स्वभावो नोपदेशेन शक्यते कर्तुमन्यथा। सुतप्तमपि पानीयं पुनर्गच्छति शीतताम्।।
भावार्थ
किसी व्यक्ति के मूल स्वभाव या आदत को सिर्फ सलाह देकर बदलना संभव नहीं है, ठीक उसी तरह जैसे ठन्डे पानी को गर्म करने पर वह गर्म तो हो जाता है लेकिन पुनः ठंडा हो जाता है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।